देवदूत प्रार्थना के बाद संत पापा ने विश्व बाल दिवस की ओर लोगों का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा, “हम सब एक जुट होकर वर्तमान दासता के कारणों के उखाड़ फेंकने की कोशिश करें जो लाखों बच्चों को उनके मूलभूत अधिकार से वंचित करता और उन्हें गंभीर जोखिम में डाल देता है। दुनिया में आज कितने बच्चे गुलामी की बेडियों में जकड़े हुए हैं।”
विश्व मजदूर संगठन के आँकड़ों के मुताबिक करीब एक सौ अड़सठ लाख बच्चे अब भी बाल मजदूर के रूप में कृषि से लेकर उत्पादन और निर्माण सेवा कार्य में गुलामी का दंश झेल रहें हैं। अतः उन्होंने कहा कि सभी व्यापारियों और नियोक्ताओं से यह अर्जी की जाती हैं कि वे बाल मजदूरी को हमेशा के लिए रोकने हेतु पहल करें जैसा की यह सत्त विकास लक्ष्यों की ओर से एक ठोस कदम के रुप में रखा गया है।
(Dilip Sanjay Ekka)