जीवन और परिवार हेतु गठित धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने अपने बेवसाईट संदेश में लिखा, “मानव जीवन एक पवित्र उपहार है विशेषकर गर्भ का पहला चरण। ईश्वर हमारी सृष्टि से पहले हमें अपने मन में रखते और प्रेम करते और हमें एक दूसरों को प्रेम करने हेतु जीवन देते हैं।” धर्माध्यक्षों का यह संदेश लीमा की अदालत के उस घोषणा उपरान्त लोगों का आहृवान करता है जहाँ देश के चिकित्सा केन्द्रों में “मार्निग आफ्टर पिल” गर्भनिरोधक गोलियों को मुफ्त रुप में उपलब्ध करने का फैसला लिया गया है। पेरु के धर्माध्यक्ष ने कहा कि यह दवाई मानवीय जीवन के प्रति आक्रमण है विशेषकर उन अबोध और अति संवेदनशील बच्चों के विरुद्ध जिनकी अपनी कोई आवाज नहीं है। राज्य में यह घोषणा जीवन सुरक्षा राष्ट्रीय संविधान की धारा 2 के तहत की गई है जो पेरूवियों में बिना भेदभाव जीवन के सम्मान और विकास की बात कहता है।
(Dilip Sanjay Ekka)