बुधवार को वाटिकन रेडियो को दिये गये अपने एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि संत पापा फ्राँसिस द्वारा सन् 2014 में गठित परमधर्माध्यक्षीय रोमी कार्यालय द्वारा उन्हें उचित सहयोग नहीं मिल रहा था। उन्होंने कहा कि पद से इस्तीफा देने के बावजूद वह आयोग को अपनी सेवाएँ प्रदान करती रहेंगी।
आयोग के एक अन्य संस्थापक येसु समाजी पुरोहित हान्स जोलनेर ने गुरुवार को वाटिकन रेडियो से कहा कि उनकी इस्तीफा के बावजूद आयोग विश्वव्यापी कलीसिया में नाबालिगों की सुरक्षा संस्कृति को प्रोत्साहित करना के इस विकट कार्य को जारी रखेगा।
रोम, ग्रेगोरियना विश्व विद्यालय के बाल सुरक्षा केन्द्र के अध्यक्ष फादर हान्स ने वाटिकन रेडियो को दिये गये अपने साक्षात्कार में अलेसान्द्रो गिसेत्ती को बतलाया कि वह मारिये के इस्तीफा का स्वागत करते हैं जो उनके संग पाँच वर्षों तक कार्य की। इस दौरान उन्होंने सन् 2012 में 120 धर्माध्यक्षों और विभिन्न धर्मसमाज के 35 परमाधिकारियों से समक्ष अपने अनुभवों को साक्षा किया। उन्होंने कहा कि उनकी बातों को नहीं सुना जाना और जरूरी कार्यों में आयोग का विलंब उनकी निराशा का कारण बना।
उन्होंने कहा कि उनका जाना जनता के बीच आयोग की प्रभावकारिता की बात को व्यक्त करेगा। उन्होंने इस बात पर भी बल देते हुए कहा कि यौवन शिकार लोगों की आवाज अब और भी प्रभावकारी ढंग से पेश की जायेगी।
इस गहन मुद्दे पर संत पापा के विचारों को रखते हुए उन्होंने कहा कि हमें अपने विचारधारा और व्यवहार में परिवर्तन लाने की जरूर है और यह समय लेगा। इस मुद्दे पर बहुत से परिवर्तन हुए हैं लेकिन अब भी हमें अपनी सोच और अपने हृदयों को परिवर्तन करना बाकी है।
(Dilip Sanjay Ekka)