उन्होंने संदेश में लिखा, ″यदि हमारे हृदय में ईश्वर का वचन विद्यमान है तो कोई भी प्रलोभन हमें उनसे से अलग नहीं कर सकता।″
संत पापा ने रविवार, 23 अप्रैल, दिव्य करुणा के त्योहार के अवसर पर संदेश में लिखा, ″ईश्वर की करुणा हमेशा के लिए है, इसकी कोई सीमा नहीं है, यह कभी खत्म नहीं होती, बंद दरवाजों का सामना करने से कभी पीछे नहीं हटती और कभी नहीं थकती है। आइए, हम प्रभु येसु से उस कृपा के लिए प्रार्थना करें कि हम पिता ईश्वर की कृपा को पाने और उसे दूसरों तक पहुचाने से कभी न थकें।″
(Margaret Sumita Minj)
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