“हमारे सामान्य धाम की सुरक्षा”, शीर्षक से आयोजित इस बैठक का उदघाटन 11 अप्रैल को सन्त पापा के विशिष्ट प्रतिनिधि वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पियेत्रो पारोलीन ने किया। ओसियाना की काथलिक कलीसिया को उन्होंने चुनौती दी कि वह ओसियाना के विशाल क्षेत्रों में निहित समाजों में व्याप्त मानव एवं पर्यावरण के लिये हानिकर जीवन शैलियों की पहचान कर स्वस्थ जीवन शैली को प्रोत्साहन प्रदान करें।
अपने उदघाटन भाषण में कार्डिनल पारोलीन ने सन्त पापा फ्राँसिस के विश्व पत्र लाओदातो सी पर चिन्तन को साझा करते हुए प्रत्येक व्यक्ति के, मानव के प्रति एवं पर्यावरण के प्रति, दायित्व का स्मरण दिलाया।
इस तथ्य की ओर उन्होंने ध्यान आकर्षित कराया कि “पारिस्थितिकी और पर्यावरण के प्रश्नों पर हमारे दृष्टिकोण विचारधारा से अति प्रभावित रहा करते हैं ।” उन्होंने कहा कि “मानसिक विचारधारा जो हमें हानिकारक परिणामों तक ले जा सकती है, सन्त पापा फ्राँसिस के “लाओदातो सी” के अनुसार व्यक्तिवाद की विचारधारा है।”
उन्होंने कहा, “यह विचारधारा जिसकी उत्पत्ति ज्ञानोदय के युग से हुई थी व्यक्ति को एक दूसरे से तथा समुदाय से अलग होने के लिये प्रोत्साहित करती है तथा हमें व्यक्तिगत एवं स्वतंत्र जीवन के अन्य तरीकों की ओर अग्रसर करती है।”
पोर्ट मोर्स्बी के जैकसन अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पापुआ न्यू गिनी के कम से कम 300 लोगों ने कलीसियाई नेताओं के साथ कार्डिनल पारोलीन का नृत्य एवं गीतों सहित भावपूर्ण स्वागत किया। इस अवसर पर कार्डिनल पारोलीन ने सन्त पापा फ्रांसिस की ओर से पापुआ न्यू गिनी एवं सम्पूर्ण ओसियाना के लोगों के प्रति हार्दिक शुभकामनाएं अर्पित की तथा प्रार्थनाओं में सदा उनके समीप रहने का आश्वासन दिया। उन्होंने आशा व्यक्त की ओसियाना के धर्माध्यक्षों के साथ बैठक के दिन सबको मनुष्यों के प्रति ईश्वर के प्रेम का अनुभव करा सकें।
(Juliet Genevive Christopher)