फिलीपींस की राजधानी मनिला में खजूर रविवार को ख्रीस्तयाग अर्पित करते हुए मनिला के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल लुईस ताग्ले ने विश्वासियों को ख्रीस्त का स्वागत, अपने जीवन में भूखे, बीमार, असहाय तथा उपेक्षित लोगों के रूप में करने का निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि येसु का सच्चा स्वागत ग़रीबों, समाज से बहिष्कृत, अपमानित तथा अन्याय को चुपचाप सहने हेतु मजबूर लोगों में उनकी उपस्थिति को स्वीकार करने में है।
देशभर के गिरजाघरों में काथलिकों ने हज़ारों की संख्या में भाग लेकर पुण्य सप्ताह की शुरूआत की जो पास्का रविवार को अपनी चरम सीमा पर होगी। लोगों ने खजूर की डालियों के साथ 2000 वर्षों पूर्व येरूसालेम में येसु के जय जयकार किये जाने की घटना का स्मरण किया।
कार्डिनल ताग्ले ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि येसु का दुखभोग एवं उनकी मृत्यु ईश्वर की विनम्रता को दर्शाता है जबकि लोगों ने उनका उपहास किया। उन्होंने कहा, ″हम उस ईश पुत्र पर चिंतन करने जा रहे हैं जो विनम्र थे तथा एक साधारण व्यक्ति की तरह, घायल एवं अपमानित किये गये, थूके तथा थप्पड़ मारे गये।″ कार्डिनल ने कहा कि ईश्वर का रास्ता विनम्रता का रास्ता है तथा उन्होंने विश्वासियों को निमंत्रण दिया कि वे उनके मनोभाव का अनुसरण करें। येसु विनम्र हैं अतः हमें भी उसी रूप में उनका अनुसरण करना चाहिए।
(Usha Tirkey)